अमीर-ऊल-मोमेनीन सिद्दीक़-ए-अकबर
अमीर-ऊल-मोमिनीन सिद्दीक़-ए-अकबर
इमाम-उल-मुस्लिमीन सिद्दीक़-ए-अकबर
मोमिनीन के अमीर हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर
मुस्लमानों के इमाम हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर
रईस-उल-आशिक़ीन सिद्दीक़-ए-अकबर
अनीस-उल-उलारीफ़ीन सिद्दीक़-ए-अकबर
’आशिक़ों के सरदार हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर
रहस्यवादियों के हमदर्द हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर
रफ़ीक़-ए-मुस्तफ़ा दर ग़ार-ए-तारीक
न बूद: ग़ैर अज़ीं सिद्दीक़-ए-अकबर
गुफा के अँधेरे में हज़रत मोहम्मद के साथी
नहीं था कोई सिवाए हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर के
निसार-ए-मा-हज़र बर मुस्तफ़ा कर्द
बरा-ए-कार-ए-दींं सिद्दीक़-ए-अकबर
जो भी था उसे पैग़म्बर मोहम्मद पर क़ुर्बान कर दिया
दीन के काम के लिए हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर ने
मुबींं अंदर कमालात-ए-नबुव्वत
ज़े-उम्मत बेहतरीं सिद्दीक़-ए-अकबर
नबूवत के कमालात से मुत्तसिफ़ मत देख(किसी को)
उम्मत में से बेहतरीन सिवाए हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर के
नबी रा दाद-ए-हक़ तस्कीं ब-मे'राज
ब-आवाज़-ए-हमीं सिद्दीक़-ए-अकबर
रसूलुल्लाह को अल्लाह पाक ने मे’राज में सुकून बख़्शा
उनहीं हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर आवाज़ से
इमाम-ए-हर-केह-ओ-मह अज़ सहाबा
कि शुद ऐ दिल जुज़ ईं सिद्दीक़-ए-अकबर
सहाबा में सभी छोटे बड़ों का इमाम
कौन हुआ ऐ दिल सिवाए उन हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर के
ब-इजमा-ए-सहाबः शुद मुक़र्रर
नबी रा जा-नशीं सिद्दीक़-ए-अकबर
सहाबा की सहमति से मुक़र्रर हुए
हज़रत मोहम्मद के उत्तराधिकारी हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर
'नियाज़' अज़ बहर-ए-आँ मदहश आयद
कि बूद-अस्त ईं चुनीं सिद्दीक़-ए-अकबर
‘नियाज़’ इसलिए उनका प्रशंसक है
कि ऐसे ही थे हज़रत-ए-सिद्दीक़-ए-अकबर
- पुस्तक : दीवान-ए-नियाज़-ए-बे-नियाज़ (पृष्ठ 63)
- संस्करण : First
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