Sufinama

सलाम

यह एक विधा है जिसमे पीर,पैग़म्बर और बुजुर्गों पर सलाम भेजा जाता है। यह एक दुआ होती है। सलाम का अर्थ सलामती है।सलाम एक दुआ है कि सब सूफ़ी सुख और अमन बाटें।

-1953

मीलाद-ए-अकबर के मुसन्निफ़ और ना’त गो-शाइ’र

-1953

मीलाद-ए-अकबर के मुसन्निफ़ और ना’त गो-शाइ’र

-1953

मीलाद-ए-अकबर के मुसन्निफ़ और ना’त गो-शाइ’र

-1953

मीलाद-ए-अकबर के मुसन्निफ़ और ना’त गो-शाइ’र

अफ़्क़र मोहानी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़

अफ़्क़र मोहानी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़

अफ़्क़र मोहानी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़

अफ़्क़र मोहानी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़

1934 -1989

औघट शाह वारसी के चहेते मुरीद

1934 -1989

औघट शाह वारसी के चहेते मुरीद

1934 -1989

औघट शाह वारसी के चहेते मुरीद

1934 -1989

औघट शाह वारसी के चहेते मुरीद

रामपूर का एक क़ादिर-उल-कलाम शाइ’र

रामपूर का एक क़ादिर-उल-कलाम शाइ’र

रामपूर का एक क़ादिर-उल-कलाम शाइ’र

रामपूर का एक क़ादिर-उल-कलाम शाइ’र

1901 -1963

बेदम शाह वारसी के मुरीद और मा’रूफ़ वारसी मुसन्निफ़-ओ-शाइ’र

1901 -1963

बेदम शाह वारसी के मुरीद और मा’रूफ़ वारसी मुसन्निफ़-ओ-शाइ’र

1901 -1963

बेदम शाह वारसी के मुरीद और मा’रूफ़ वारसी मुसन्निफ़-ओ-शाइ’र

1901 -1963

बेदम शाह वारसी के मुरीद और मा’रूफ़ वारसी मुसन्निफ़-ओ-शाइ’र

1916

दबिस्तान-ए-साबिरी का एक सूफ़ी शाइ’र

1916

दबिस्तान-ए-साबिरी का एक सूफ़ी शाइ’र

1916

दबिस्तान-ए-साबिरी का एक सूफ़ी शाइ’र

1916

दबिस्तान-ए-साबिरी का एक सूफ़ी शाइ’र

1880 -1936

चौदहवीं सदी हिज्री का एक सूफ़ी शाइ’र

1880 -1936

चौदहवीं सदी हिज्री का एक सूफ़ी शाइ’र

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

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