आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "गर्दिश-ए-दौराँ"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "गर्दिश-ए-दौराँ"
बैत
ज़रा ऐ गर्दिश-ए-दौराँ के मारो
ज़रा ऐ गर्दिश-ए-दौराँ के मारो
ये सोचो हम भी ज़ेर-ए-आसमाँ हैं
अतहर नियाज़ी
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
सर-गश्तगी अज़ गर्दिश-ए-दौराँ ख़बरम दाद
वज़ आबलः-पा ख़ार-ए-बयाबाँ ख़बरम दाद
हसन इमाम वारसी
ना'त-ओ-मनक़बत
हिज्र-ए-नबी को गर्दिश-ए-दौराँ से क्या ग़रज़
दुनिया-ए-आरज़ू में सहर है न शाम है
शकील बदायूँनी
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "गर्दिश-ए-दौराँ"
ना'त-ओ-मनक़बत
हाफ़िज़ुल्लाह साबरी
ग़ज़ल
किया है गर्दिश-ए-दौराँ ने दर बदर सब को
जो सर में पहले था वो पाँव में है चक्कर आज
अहमद अली बर्क़ी आज़मी
ग़ज़ल
कोई दिन और भी हम को फिरा ले गर्दिश-ए-दौराँ
नहीं उठने के फिर हर्गिज़ कहीं अब के अगर बैठे