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अज्ञेय ब्रह्म - ऐसा ब्रह्म अखंडित भाई, वा पार जान्यौ नहिं जाई ।।
ऐसा ब्रह्म अखंडित भाई, वा पार जान्यौ नहिं जाई ।।ऐसा ब्रह्म अखंडित भाई, वा पार जान्यौ नहिं जाई ।।
सुंदरदास छोटे
सूफ़ी लेख
दूल्हा और दुल्हन का आरिफ़ाना तसव्वुर
दूल्हा और दुल्हन बहुत आम फ़हम अलफ़ाज़ हैं। इनकी तहज़ीबी हैसियत और समाजी मानविय्यत से वो
शमीम तारिक़
ना'त-ओ-मनक़बत
अज्ञात
समस्त