आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "देखूँ"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "देखूँ"
ना'त-ओ-मनक़बत
आरज़ू है कि तिरा गुंबद-ए-ख़ज़्रा देखूँजिस तरफ़ आँख उठे नूर बरसता देखूँ
ग़ुलाम क़ुतुबुद्दीन फ़रीदी
अन्य परिणाम "देखूँ"
दोहरा
जिद्धर देखूँ हे सखी तिद्धर और न कोई
जिद्धर देखूँ हे सखी तिद्धर और न कोईदेखा बूझा बिचार मैं सब ही आपुन सोई
अब्दुल क़ुद्दूस गंगोही
पद
देखूँ हूँ अहवाल जहाँ का अजब तरह पर है हैहात
देखूँ हूँ अहवाल जहाँ का अजब तरह पर है हैहातजिस को नहीं है यक साअ'त का ऐ 'दिलदार' क़रार सबात
कवि दिलदार
ग़ज़ल
तमन्ना है कि देखूँ आँख से वो शक्ल-ए-नूरानीनज़र जिस शक्ल-ए-नूरानी में आए शक्ल-ए-यज़्दानी
हाफ़िज़ जयपुरी
सूफ़ी लेख
हिन्दुस्तानी क़व्वाली के विभिन्न प्रकार
देखूँ तो किस को देखूँ चाहूँ तो किस को चाहूँआँखें हैं महव-ए-वारिस दिल मुब्तला-ए-वारिस
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
संत साहित्य - श्री परशुराम चतुर्वेदी
तूँ मोहिं देखै हौ तोहि देखूँ,प्रीति परस्पर होई।।
हिंदुस्तानी पत्रिका
दकनी सूफ़ी काव्य
जवाहर उल इसरारे अल्ला 1.4 है सो हो हो होय रही है
है सो हो हो होय रही हैजिधर देखूँ एक वही है