आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "माहताब"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "माहताब"
ग़ज़ल
तू ने अपना नूर दिखा दिया मुझे माहताब बना दियाजिसे देखना ही मुहाल था सो वो एक दम में भुला दिया
मख़्दूम ख़ादिम सफ़ी
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
दर शब-ए-माहताब अगर सग हमः शब फ़ुग़ाँ कुंदआँ सग-ए-बा-फ़ुग़ाँ मनम रु-ए-तू माहताब-ए-मन
अमीर ख़ुसरौ
अन्य परिणाम "माहताब"
सूफ़ी लेख
हिन्दुस्तानी तहज़ीब की तश्कील में अमीर ख़ुसरो का हिस्सा - मुनाज़िर आ’शिक़ हरगानवी
फ़रोग़-ए-उर्दू
नज़्म
मैं जूया-ए-मुस्तफ़ा
मिर्रीख़-ओ-माहताब हैं दुनिया की मंज़िलेंमेरा उरूज गुम्बद-ए-ख़ज़्रा-ए-मुस्तफ़ा
मुज़फ़्फ़र वारसी
ना'त-ओ-मनक़बत
हर ज़र्रा-ज़र्रा अपनी जगह माहताब हैक्या जगमगा रहा है मदीना हुज़ूर का