आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "रावन"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "रावन"
छंद
रावन बान महाबली और अदेव और देवनहूं दृग जोरयो।
रावन बान महाबली और अदेव और देवनहूं दृग जोरयो।तीनहूं लोकन के भट भूप उठाय थके सबको बल छोरयो।।
लछिराम
दोहा
बैराग का अंग - रावन कुम्भकरन गये दुरजोधन बलवंत
रावन कुम्भकरन गये दुरजोधन बलवंतमार लिये सब काल ने ऐसे 'दया' कहंत
दया बाई
अन्य परिणाम "रावन"
महाकाव्य
।। रसप्रबोध ।।
।। भायनक-रस के स्थायी भाव भय का उदाहरण ।।रावन के हैं दस बदन और बीस है बाँह।
रसलीन
कवित्त
कपिनाथ महापल बालि न साथ करया कपिराज सुकठ सुभाती ।
कहि 'चद्रकला' हनि रावन को बुलवाय लई सिय ही हरपाती ।मुसुकावत खाल विनोद भरी जब ही जब राम लगावत छाती ।।
चंद्रकला बाई
साखी
चितावनी का अंग - एक सीस का मानवा करता बहुतक हीस
एक सीस का मानवा करता बहुतक हीसलंकापति रावन गया बीस भुजा दस सीस
कबीर
कृष्ण भक्ति सूफ़ी कलाम
राम तो क्षत्री था रावन बरहमन था सरसबह्म हत्या क्यूँ किया जा राम सीता वास्ते
तुराब अली दकनी
शबद
प्रेम का अंग - हरि संग लागत बुंद सोहवन
मंडौ प्रेम मगन भई कामिनि उमँगि उमँगि रति भावनकह 'गुलाल' सन्मुख साहब मिल्यो, घर मारे है रावन