आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "सद-महशर-ए-ख़याल"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "सद-महशर-ए-ख़याल"
शे'र
निकल कर ज़ुल्फ़ से पहुँचूँगा क्यूँकर मुसहफ़-ए-रुख़ परअकेला हूँ अँधेरी रात है और दूर मंज़िल है
अकबर वारसी मेरठी
ना'त-ओ-मनक़बत
रोज़-ए-महशर साया-गुस्तर है जो दामान-ए-रसूलनार-ए-दोज़ख़ से हैं बे-परवा ग़ुलामान-ए-रसूल
हसरत मोहानी
ना'त-ओ-मनक़बत
महशर में सुन के गर्मी-ए-बाज़ार-ए-मुस्तफ़ासारी ख़ुदाई होगी तलब-गार-ए-मुस्तफ़ा
अख़तर ख़ैराबादी
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "सद-महशर-ए-ख़याल"
शे'र
बादा-ख़्वार तुम को क्या ख़ुर्शीद-ए-महशर का है ख़ौफ़छा रहा है अब्र-ए-रहमत शामियाने की तरह
अमीर मीनाई
ना'त-ओ-मनक़बत
शाह-ए-जहाँ और शाफ़े'-ए'-महशर अपना कमली वाला हैउस की शान बड़ी है लेकिन कितना भोला-भाला है
हाज़िम हस्सान
ना'त-ओ-मनक़बत
अमीर मीनाई
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
अगर सद हम-चु मन गर्दद हलाक ऊ रा चे ग़म दारदकि ने 'आशिक़ नमी याबद कि ने दिल ख़स्त: कम दारद
रूमी
ना'त-ओ-मनक़बत
सुलैमाँ नाम पाया औज बख़्त-ओ-सद सआ'दत सेबना शहबाज़-ए-ला-सानी तहारत की लताफ़त से