आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "inho.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "inho.n"
कलाम
रिंद जो मुझ को समझते हैं उन्हें होश नहींमैं मय-कदा साज़ हूँ मैं मय-कदा बर्दोश नहीं
जिगर मुरादाबादी
कलाम
कामिल शत्तारी
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "inho.n"
ना'त-ओ-मनक़बत
वही देते हैं मुझ को और उन्हीं से माँगता हूँ मैंनिज़ामुद्दीन सुल्तान-उल-मशाइख़ का गदा हूँ मैं
बेदम शाह वारसी
रूबाई
जो सुख़न-दान-ए-फ़साहत हैं उन्हें मालूम हैजैसा फ़ैज़-ए-हज़रत-ए-यज़्दानी-ए-मरहूम है
अकबर वारसी मेरठी
शे'र
ग़ैर से मिल कर उन्हें नाहक़ हुआ मेरा ख़यालमुझ से क्या मतलब भला मैं क्यूँ ख़फ़ा होने लगा
हसरत मोहानी
ग़ज़ल
क़िस्सा-ए-दर्द वो सुनते उन्हें पर्वा क्या हैऐ दिल-ए-ज़ार ये आख़िर तुझे सौदा क्या है
अब्दुल ग़फ़ुर संभली
शे'र
यारब जो ख़ार-ए-ग़म हैं जला दे उन्हीं के तईंजो ग़ुंचा-ए-तरब हैं खिला दे उन्हों के तईं
मीर मोहम्मद बेदार
ग़ज़ल
उन्हें आ'शिक़ कहा करते हैं जो बे-मौत मरते हैंनहीं मा'लूम पहले ये किनाए किस ने बरते हैं
सफ़ी औरंगाबादी
ग़ज़ल
यारब जो ख़ार-ए-ग़म हैं जला दे उन्हों के तईंजो ग़ुंचः-ए-तरब हैं खिला दे उन्हों के तईं
मीर मोहम्मद बेदार
पद
जो आशिक़ सादिक़ है जानो सिवा यार नहीं काम उन्हें
जो आशिक़ सादिक़ है जानो सिवा यार नहीं काम उन्हेंबे देखे 'दिलदार' को अपने इक दम नहि आराम उन्हें
कवि दिलदार
शे'र
गुलशन-ए-जन्नत की क्या परवा है ऐ रिज़वाँ उन्हेंहैं जो मुश्ताक़-ए-बहिश्त-ए-जावेदान-ए-कू-ए-दोस्त
अमीर मीनाई
कलाम
उन्हीं ख़ुश-गुमानियों में कहीं जाँ से भी न जाओवो जो चारा-गर नहीं है उसे ज़ख़्म क्यूँ दिखाओ
अज्ञात
शे'र
जब चाहने वाले ख़त्म हुए उस वक़्त उन्हें एहसास हुआअब याद में उन की रोते हैं हँस हँस के रुलाना भूल गए
कामिल शत्तारी
गूजरी सूफ़ी काव्य
उन्हों की सेज 'शह' बस बस
उन्हों की सेज 'शह' बस बसहसावे पिउ उन हस हस,