आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "lebedew ki nayika pratap chander ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "lebedew ki nayika pratap chander ebooks"
कवित्त
अवधपुरी घुमडि घटा रही छाय ।
अवधपुरी घुमडि घटा रही छाय ।चलत सुमन्द पवन पुरवाई नभ घन घोर मचाय ।।
प्रताप कुंवरी बाई
कवित्त
होरी खेलन की सत भारी ।
होरी खेलन की सत भारी ।नर-तन पाय अरे भज हरि को मास एक दिन चारी ।
प्रताप कुंवरी बाई
कवित्त
आस तो काहू की नाहिं मिटी,
आस तो काहू की नाहिं मिटी,जग मे भये रावण से बड़ जोधा ।
प्रताप कुंवरी बाई
अन्य परिणाम "lebedew ki nayika pratap chander ebooks"
पद
भजु मन नन्द-नन्दन गिरिधारी ।
भजु मन नन्द-नन्दन गिरिधारी ।सुख सागर करूणा को आगर भक्त-वछल बनवारी ।
प्रताप बाला
पद
चतुर भुज झूलत श्याम हिंडोरे ।
चतुर भुज झूलत श्याम हिंडोरे ।कंचन खम्भ लगे मणि-माणिक रेसम की रँग डोरी ।
प्रताप बाला
पद
प्रीतम हमारो प्यारो श्याम गिरिधारी हैं ।
प्रीतम हमारो प्यारो श्याम गिरिधारी हैं ।मोहन अनाथ नाथ, संतन के डोलैं साथ,
प्रताप बाला
पद
कोटिन भानु चंद्र-तारा गन छत्र की छाँहर हाई
कोटिन भानु चंद्र-तारा गन छत्र की छाँहर हाईमन में मन नैनन में नैना मन नैना इक हो जाई