आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "qasr-e-ma.aanii"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "qasr-e-ma.aanii"
ना'त-ओ-मनक़बत
नफ़ीस फ़रीदी
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "qasr-e-ma.aanii"
ग़ज़ल
दीदः-ओ-दिल में मिरे रक्खा है क्या ऐ तुख़्म-ए-अश्क
रंग पैदा कर ज़मीं में मिल के दाने की तरह
अमीर मीनाई
ग़ज़ल
हुए दोस्त दुश्मन मेरे ऐ जाँ तेरी फ़ुर्क़त में
मिस्ल सच है नहीं अपना कोई होता मुसीबत में
कौसर ख़ैराबादी
कलाम
तिरा क्या काम अब दिल में ग़म-ए-जानाना आता है
निकल ऐ सब्र इस घर से कि साहिब-ख़ाना आता है