आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "rah-e-yaas-o-alam"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "rah-e-yaas-o-alam"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "rah-e-yaas-o-alam"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "rah-e-yaas-o-alam"
कलाम
शकील बदायूँनी
शे'र
मेरी ज़िंदगी पे न मुस्कुरा,मुझे ज़िंदगी का अलम नहींजिसे तेरे ग़म से हो वास्ता वो ख़िज़ाँ बहार से कम नहीं
शकील बदायूँनी
शे'र
पढ़ पढ़ इ’ल्म हज़ार कताबाँ आ’लिम होए भारे हूहर्फ़ इक इ’श्क़ दा पढ़ न जाणन भुल्ले फिरन विचारे हू