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दोहा
रोल बिगाड़े राज नै मौल बिगाड़े माल
रोल बिगाड़े राज नै मौल बिगाड़े मालसनै सनै सरदार की चुगल बिगाड़े चाल
रहीम
ना'त-ओ-मनक़बत
दुख रज रज दाता नूँ सुनाइए मेले ने विछड़ जानाजीवें मंदा ऐ दाता नूँ मनाइए मेले ने विछड़ जाना
बरी निज़ामी
शे'र
सूरत-परस्त-ओ-राज-परस्त-ओ-सनम-परस्तमा'नी में देखिये तो सभी हैं ख़ुदा-परस्त
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
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सूरत-परस्त-ओ-राज-परस्त-ओ-सनम-परस्तमा'नी में देखिये तो सभी हैं ख़ुदा-परस्त
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
राग आधारित पद
राज जैजैवंती- मेरे एक श्री-गोपाल और नहीं कोई माई
मेरे एक श्री-गोपाल और नहीं कोई माईआय बसे हिये माहीं और दूजो ध्यान नाहीं
सहजो बाई
दोहा
रहिमन राज सराहिए ससिसम सुखद जो होय
रहिमन राज सराहिए ससिसम सुखद जो होयकहा बापुरो भानु है तपै तरैयन खोय
रहीम
दोहरा
जो जूझै तो अति भला जे जीतै तो राज
जो जूझै तो अति भला जे जीतै तो राजदुहूँ पँवारे हे सखी माँदल बाजौ आज
अब्दुल क़ुद्दूस गंगोही
दोहा
विनय मलिका - तन मन धन मद राज मद अंत काल मिटि जाय
तन मद धन मद राज मद अंत काल मिटि जायजिन के मद तेरो प्रभू तेहिं जम काल डेराय
दया बाई
दोहा
अरूझि रीझ रीझै नहीं होतनि मोही लाल
अरूझि रीझ रीझै नहीं होतनि मोही लालपिय आवनकी आस सौं लालहि भई 'जमाल'
जमाल
पद
जो जानो हो छोड़ोगे सब संग संघाती देस और राज
जो जानो हो छोड़ोगे सब संग संघाती देस और राजदौलत-ए-दुनिया जमा करो हो महल उठाओ कह के काज
कवि दिलदार
पद
प्रकीर्ण के पद - चरण रज महिमा मैं जानी
चरण रज महिमा मैं जानीजिहि चरणन से गंगा प्रकटी भगीरथ कुल को तारी
मीराबाई
दोहा
पीतम पत तुम हाथ है दुखियन के राज
पीतम पत तुम हाथ है दुखियन के राज'अमीनुद्दीन' पे कृपा करो लाज रक्खो महाराज
अमीनुद्दीन वारसी
दोहा
औरंगजेब के राज में भई, ग्रंथ की आस
औरंगजेब के राज में भई ग्रंथ की आस'पेमी' नाँव बिचार के धरा पेम-प्रकाश