आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "shaam-e-hijr-e-yaar"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "shaam-e-hijr-e-yaar"
ना'त-ओ-मनक़बत
जिस रंग में ऐ यार मुझे तू नज़र आयाऐसा कोई गुल भी नहीं ख़ुश-रू नज़र आया
अब्दुल रहीम कुंज्पुरी
शे'र
कहियो ऐ क़ासिद पयाम उस को कि तेरे हिज्र सेजाँ-ब-लब पहुँचा नहीं आता है तू याँ अब तलक
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "shaam-e-hijr-e-yaar"
सूफ़ी शब्दावली
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
ऐ कि तू शम-ए'-फ़रोज़ाँ सूरत-ए-परवान:अमजान-ओ-दिल क़ुर्बां कुनम मन आ'शिक़-ओ-दीवाना-अम
अब्दुल हादी काविश
शे'र
बेदम शाह वारसी
शे'र
बेदम शाह वारसी
ना'त-ओ-मनक़बत
क्या कहूँ हिज्र है अच्छा कि विसाल अच्छा हैजिस में महबूब-ए-ख़ुदा ख़ुश हैं वो हाल अच्छा है
अरशद अमरोहवी
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
ऐ मुनव्वर अज़ जमालत दीदः-ए-जानम चुँ शम'अज़ दर-ए-बख़्तम दर आ ता जाँ बर अफ़शानम चु शम'
रूमी
ग़ज़ल
मुझे इ’श्क़ ने ये सबक़ दिया कि न हिज्र है न विसाल हैउसी ज़ात का मैं ज़ुहूर हूँ ये जमाल उसी का जमाल है
अज़ीज़ सफ़ीपुरी
शे'र
मुझे इ’श्क़ ने ये पता दिया कि न हिज्र है न विसाल हैउसी ज़ात का मैं ज़ुहूर हूँ ये जमाल उसी का जमाल है
अज़ीज़ सफ़ीपुरी
फ़ारसी कलाम
खस्त:-ए-हिज्र गश्त:-अम बा तू विसालम आरज़ूस्ततीरः शुदः अस्त चश्म-ए-मन नूर-ए-जमालम आरज़ूस्त