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राग आधारित पद
रागिनी टोड़ी चौताल - नीके नीके सुर गाय राग दिखाय
नीके नीके सुर गाय राग दिखायप्रथम कपट तजि रंग-जुगत लाय
तानसेन
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राग भैरव सुर फाक्ता - रँग जुगत सौं गाय सुनावै ताल मूल सुर संगत आवै
रँग जुगत सौं गाय सुनावै ताल मूल सुर संगत आवैदुगुन तिगुन चौगुन सों भेद बजावै
तानसेन
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राग आधारित पद
साधारण स्वर - सुर साधारन चार हैं जाति साधारन दोइ
साधारन सुर काकली अंतर मध्यम जानतानसेन संगीत मत चौथे षरजहि मान
तानसेन
साखी
सूक्ष्म का अंग - सुर नर थाके मुनि जना थाके बिस्नु महेस
सुर नर थाके मुनि जना थाके बिस्नु महेसतहाँ 'कबीरा' चढ़ि गया सत-गुरु के उपदेस
कबीर
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श्रीराग चौताल - प्रथम नाद-सुर साधै आराधै सोई गुनियन में गावै
प्रथम नाद-सुर साधै आराधै सोई गुनियन में गावैसप्त सुर तीन ग्राम इकईस मूर्छना तिनके व्यौरे कछू पावै
तानसेन
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स्वरांतर - सुर अंतर की तान जो चौबिस कही बखान
सुर अंतर की तान जो चौबिस कही बखानबत्तिस-बत्तिस एक में कूट तान लेहु जान
तानसेन
राग आधारित पद
व्याकरन मत - षरज गंधार जो सुर कहे तालु कंठ स्थान
षरज गंधार जो सुर कहे तालु कंठ स्थानकह्यौ जो मत यह व्याकरन मीयाँ सरस सुजान
तानसेन
राग आधारित पद
रागिनी भीमपलासी चौताल - ऐ ही सप्त सुर तीन ग्राम इकईस मूर्छना
ऐ ही सप्त सुर तीन ग्राम इकईस मूर्छनागीत छंद धोवा माठा प्रबंध त्रेवट तान
तानसेन
राग आधारित पद
राग - जो धुनि सुर अरु बरन सौं कबहू होत विसेष
जो धुनि सुर अरु बरन सौं कबहू होत विसेष'तानसेन' निज चित हरन सोई राग सम सेष
तानसेन
राग आधारित पद
राग माला - सुर-मुनि कौं परनाम करि सुगम करौं संगीत
सुर-मुनि कौं परनाम करि सुगम करौं संगीत'तानसेन' बानी सरस जान गान की प्रीत
तानसेन
राग आधारित पद
नाद लक्षण - द्वै प्रकार जो नाद है राख्यौ सुर-मुनि जान
द्वै प्रकार जो नाद है राख्यौ सुर-मुनि जान'तानसेन' सो कह्यौ है बहु विधि तिन्हैं बखान
तानसेन
पद
तार सुर के भेद गुनी जन की संगति रहै तो कछु पावै
तार सुर के भेद गुनी जन की संगति रहै तो कछु पावैसीखत सुनत रहे सदा ही ढरनी मुरनि मुद्रा प्रमान सो आवै
बैजू बावरा
राग आधारित पद
रागिनी भैरवी चौताल - नाद अगाध बहुत गये है साध सुर-नर-मुनि-गंधर्व
नाद अगाध बहुत गये है साध सुर-नर-मुनि-गंधर्वरचि-पचि गये सिद्ध सम हार
तानसेन
दोहा
अखरावती - तिमिर मलिन तें ना टरे सूर उदय नहिं होय
तिमिर मलिन तें ना टरे सूर उदय नहिं होयसत्त सबद जो जानई करम भरम सब खोय