आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "toba tek singh saadat hasan manto ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "toba tek singh saadat hasan manto ebooks"
शे'र
अफ़क़र मोहानी
शे'र
अफ़क़र मोहानी
अन्य परिणाम "toba tek singh saadat hasan manto ebooks"
साखी
अथ भेंट का अंग - सांई लग सेवा रची टरया न अपनी टेक
सांई लग सेवा रची टरया न अपनी टेकदादू सम नहिं दूसरा दीरध दास सु एक
रज्जब
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
नसीम-ए-सुब्ह-ए-सआ'दत बदाँ निशाँ कि तू दानीख़बर ब-कू-ए-फ़ुलाँ बर बदाँ ज़बाँ कि तू दानी
हाफ़िज़
शे'र
जब तक एक हसीं मकीं था दिल में हर-सू फूल खिले थेवो उजड़ा तो गुलशन उजड़ा और हुआ आबाद नहीं है
बेख़ुद सुहरावरदी
ना'त-ओ-मनक़बत
कहेगा हुस्न जन्नत का हसन मौला हसन मौलातुम्हीं हो ख़ुल्द के दूल्हा हसन मौला हसन मौला
ख़ालिद नदीम बदायूँनी
कलाम
फ़ना बुलंदशहरी
साखी
गुप्त रूप जहां धारिया, राधास्वामी नाम।
गुप्त रूप जहां धारिया, राधास्वामी नाम।बिना मेहर नहिं पावई, जहां कोई बिसराम।।
शिवदयाल सिंह
साखी
बैठक स्वामी अद्भुती, राधा निरख निहार।
बैठक स्वामी अद्भुती, राधा निरख निहार।और न कोई लख सके, शोभा अगम अपार।।
शिवदयाल सिंह
साखी
संत दिवाली नित करें, सत्तलोक के माहिं।
संत दिवाली नित करें, सत्तलोक के माहिं।और मते सब काल के, योंही धूल उड़ाहिं।।
शिवदयाल सिंह
साखी
मोटे जब लग जायं नहिं, झीने कैसे जाय।
मोटे जब लग जायं नहिं, झीने कैसे जाय।ताते सबको चाहिये, नित गुरु भक्ति कमाय।।