आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "zauq-e-nazar"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "zauq-e-nazar"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "zauq-e-nazar"
बैत
'ज़ौक़' जो मदरसे के बिगड़े हुए हैं मुल्ला
'ज़ौक़' जो मदरसे के बिगड़े हुए हैं मुल्लाउन को मय-ख़ाने में ले आओ सँवर जाएँगे
इब्राहीम ज़ौक़
ग़ज़ल
जल्वों में गुम नज़र है तो जल्वे नज़र में गुमअब क्या करूँगा हासिल-ए-ज़ौक़-ए-नज़र को मैं
अफ़क़र मोहानी
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
ऐ क़िब्लः-ए-ईमान-ए-मन गाहे नज़र बर मन फ़िगनऐ का'बः-ए-ईक़ान-ए-मन गाहे नज़र बर मन फ़िगन
लताफ़त वारसी
ना'त-ओ-मनक़बत
जिस रंग में ऐ यार मुझे तू नज़र आयाऐसा कोई गुल भी नहीं ख़ुश-रू नज़र आया
अब्दुल रहीम कुंज्पुरी
ग़ज़ल
झुक के साग़र से गले मिलता है पैमाने की ई'दअपनी हस्ती से गुज़र जाना है मस्ताने की ई'द
बेदम शाह वारसी
कलाम
ताबिश कानपुरी
फ़ारसी कलाम
ऐ ’आरिफाँ रा पेशवा गाहे नज़र बर मन फ़िगनऐ आ'शिक़ाँ रा रहनुमा गाहे नज़र बर मन फ़िगन