आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "अग़्यार"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "अग़्यार"
सूफ़ी लेख
उर्स के दौरान होने वाले तरही मुशायरे की एक झलक
मिन्नतें करनी पड़ीं हैं अब मुझे अग़्यार कीयूं भी पर्दा रह गया उफ़्तादगान-ए-ख़ाक का
सुमन मिश्र
सूफ़ी लेख
हज़रत महबूब-ए-इलाही ख़्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया देहलवी के मज़ार-ए-मुक़द्दस पर एक दर्द-मंद दिल की अ’र्ज़ी-अ’ल्लामा इक़बाल
दुश्मनी में बढ़ गए अहल-ए-वतन अग़्यार सेकह रहे हैं देख कर मुझको क़फ़स में शाद-शाद