आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "उदय"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "उदय"
सूफ़ी लेख
उदासी संत रैदास जी- श्रीयुत परशुराम चतुर्वेदी, एम. ए., एल-एल. बी.
जल तरंग पाहन प्रतिमा ज्यो, ब्रह्म जीव द्वति ऐसा।। विमल एक रस उपजै न विनसै, उदय अस्त दोउ नाहीं।
हिंदुस्तानी पत्रिका
सूफ़ी लेख
Malangs of India
हिंदुस्तान में सूफ़ियों का उदय चार पीरों और चौदह ख़ानवाड़ों से हुआ . चार पीर चार
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
राष्ट्रीय जीवन में सूरदास, श्री शान्ता कुमार
ऐसे अन्धकारमय युग में सूरदास का उदय हुआ। रामानन्द, वल्भ, चैतन्य, कबीर, दादू, मीराबाई, तुलसीदास, नरसी
सूरदास : विविध संदर्भों में
सूफ़ी लेख
तुलसीदासजी की सुकुमार सूक्तियाँ- राजबहादुर लमगोड़ा
सत्य ही है कि जब तक तनिक पार्थक्य न हो, रुचि का यथार्थ अनुभव नहीं होता।
माधुरी पत्रिका
सूफ़ी लेख
संत साहित्य - श्री परशुराम चतुर्वेदी
गुरु का सबद काटे कोटि करम।।इस पद को देखने से पता चलता है कि बाहरी उपासना
हिंदुस्तानी पत्रिका
सूफ़ी लेख
संत साहित्य
गुरु का सबद काटे कोटि करम।।इस पद को देखने से पता चलता है कि बाहरी उपासना
परशुराम चतुर्वेदी
सूफ़ी लेख
अल्बेरूनी -प्रोफ़ेसर मुहम्मद हबीब
राजपूतों के प्रभुत्व से हिंदू दर्शन और विज्ञान का ह्रास होने लगा था। उसे आशंका थी
हिंदुस्तानी पत्रिका
सूफ़ी लेख
कन्नड़ का भक्ति साहित्य- श्री रङ्गनाथ दिवाकर
आदि-मानव ने इस विचित्र एवं विविधता से भरी सृष्टि की ओर आँखें खोल के पहले-पहल जब
भारतीय साहित्य पत्रिका
सूफ़ी लेख
पदमावत की लिपि तथा रचना-काल- श्रीचंद्रबली पांडेय, एम. ए., काशी
हम पहले ही कह चुके हैं कि समूचे स्तुति-खंड को- जो एक प्रकार से वंदना ही
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी लेख
आचार्य चन्द्रबली पांडे एवं उनका तसव्वुफ अथवा सूफ़ीमत डॉ. इन्द्र पाल सिंह
तसव्वुफ वा सूफ़ीमत के उद्भव के सम्बन्ध में विद्वानों में मतबेद रहा है। इस्लाम धर्म के