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सूफ़ी लेख
गुजरात के सूफ़ी कवियों की हिन्दी-कविता - अम्बाशंकर नागर
जल्दी से तेरे दर्द की दरमा से कहूगा।।निष्कर्षतः हम कह सकते हैं कि गुजरात के सूफी
भारतीय साहित्य पत्रिका
सूफ़ी लेख
पदमावत के कुछ विशेष स्थल- श्री वासुदेवशरण
(4) सतएँ ढ़रे=चौपड़ के खिलाड़ी सात (1+1+5) के दाँव को अशुभ मानते हैं। कहा है- हारी
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी लेख
सूर की कविता का आकर्षण, डॉक्टर प्रभाकर माचवे
श्रवण-कीर्तनादि नवधा भक्ति का अन्तिम सोपान है आत्म-निवेदन। वही पुष्टि-मार्ग का पहला कदम है। भगवान के
सूरदास : विविध संदर्भों में
सूफ़ी लेख
ख़्वाजा गेसू दराज़ बंदा-नवाज़ - प्रोफ़ेसर सय्यद मुबारकुद्दीन रिफ़्अ’त
अगर तुम चाहते हो कि लोग हमें अ’ज़ीज़ रखें तो लोगों को ऐसे नामों से पुकारो
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया-अपने पीर-ओ-मुर्शिद की बारगाह में
अभी आपकी उ’म्र 20 साल भी नहीं हुई थी कि बदायूँ से निकल कर देहली आए|यहाँ
निसार अहमद फ़ारूक़ी
सूफ़ी लेख
हाफ़िज़ की कविता- शाल़ग्राम श्रीवास्तव
हिन्दी जाननेवालों को फ़ारसी-किवता के रसास्वादन के लिए पहले दो-एक मोटी मोटी बातों की हृदयस्थ कर
सरस्वती पत्रिका
सूफ़ी लेख
हाफ़िज़ की कविता - शालिग्राम श्रीवास्तव
हिन्दी जाननेवालों को फ़ारसी-किवता के रसास्वादन के लिए पहले दो-एक मोटी मोटी बातों की हृदयस्थ कर
सरस्वती पत्रिका
सूफ़ी लेख
गुरु बाबा नानक जी - अ’ल्लामा सर अ’ब्दुल क़ादिर
दुनिया के उन चीदा बुज़ुर्गों में जिन्हों ने अपनी ज़िंदगियाँ ख़ल्क़-ए-ख़ुदा की रहनुमाई के लिए वक़्फ़
मुनादी
सूफ़ी लेख
दूल्हा और दुल्हन का आरिफ़ाना तसव्वुर
ये तजस्सुस उस वक़्त और बढ़ जाता है जब मालूम होता है कि अपने आपको दुल्हन