परिणाम "घमंड"
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टिप्पणी(1) पलही= पाले से मारी हुई। फारसी-लिपि में पलुही और पलही दोनों पढ़े जा सकते हैं। सोनफूल का पदच्छेद होगा- सो न फूल। फूली फुलवारी= फूलवाली घमंड में फूल गई है, अथवा शरीर से फूलकर मुटडंगी हो गई है जो बाँझ होने का लक्षण हैं।
ऐ दिल ज़माने से उपकारों की आशा न कर। पदार्थों के लिये तू आस्मान की गर्दिश का भरोसा न कर। तू दवा चाहता है और तेरा दर्द बढ़ जाता है। जो दर्द है उसे सहन कर और किसी से दवा न माँग। अगर तेरे पास घोड़े, अख्र और जवाहिरात हैं तो इस दस रोज़ की दौलत पर घमंड न कर। आस्मान के क्रोध से अपनी जान कोई न बचा सका। आज उस ने घड़ा तोड़ डाला, कल प्याला तोड़ डालेगा।
इस वाकिये का ख्याल जब भी जहन में आता है तो वह उम्र भर लंबा दर्द
घमंड उस का बढ़े मौला तेरी बंदा-नवाज़ी परइधर हाल ही में इन पंक्तियों के लेखक का
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