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सूफ़ी लेख
शैख़ सा’दी का तख़ल्लुस किस सा’द के नाम पर है ?
“मंसूब से मुराद ये है कि शाहज़ादा सा’द की सरकार से उनको तअ’ल्लुक़ होगा या कुछ
एजाज़ हुसैन ख़ान
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत सय्यदना अमीर अबुल उला
आप ‘इंसान’ तख़ल्लुस किया करते, आप फ़रमाते हैं:सररिश्ती-ए-नस्ब ब-अली वली रसीद
रय्यान अबुलउलाई
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मयकश अकबराबादी जीवन और शाइरी
मय-कश है तख़ल्लुस, और मय से है गुरेज़बर-अ’क्स नेहंद नाम-ए-ज़ंगी काफ़ूर
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
अज़ीज़ सफ़ीपुरी और उनकी उर्दू शा’इरी
अज़ीज़ सफ़ीपुरी का अस्ल नाम विलायत अ’ली ख़ाँ है लेकिन ’इल्मी-ओ-अदबी दुनिया में वो ’अज़ीज़ सफ़ीपुरी
ज़फ़र अंसारी ज़फ़र
सूफ़ी लेख
बेदम शाह वारसी और उनका कलाम
प्रसिद्ध सूफ़ी विद्वान् ख्व़ाजा हसन निज़ामी फरमाते हैं कि बेदम का तख़ल्लुस ही पूरा ग्रन्थ है
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
शाह तुराब अली क़लंदर और उनका काव्य
शाह तुराब को बचपन से शायरी का शौक़ था। उन्होंने पहले शहीद तख़ल्लुस किया और बाद
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत शाह ग़फ़ूरुर्रहमान हम्द काकवी
उड़ेगा जा के पहूँचेगा अ’दन मेंख़ानदान के अक्सर फ़र्दों को शे’र-ओ-सुख़न की तरफ़ रग़बत थी लेकिन
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
हज़रत मख़दूम अशरफ़ जहाँगीर सिमनानी के जलीलुल-क़द्र ख़ुलफ़ा - सय्यद मौसूफ़ अशरफ़ अशरफ़ी
आप यमन के रहने वाले थे।जब हज़रत ग़ौसुल-आ’लम यमन तशरीफ़ ले गए तो वहाँ आपको हज़रत
सूफ़ीनामा आर्काइव
सूफ़ी लेख
हज़रत अमीर ख़ुसरौ
आपका आइंदा ख़िताबः आपके दिल में एक दिन यह ख़याल गुज़रा कि आपका तख़ल्लुस दुनियादारों का