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सूफ़ी लेख
शैख़ फ़रीदुद्दीन अत्तार और शैख़ सनआँ की कहानी
गाह चूँ अब्र अश्क-ए-ख़ूनीं मीफ़शांद ।गाह दस्तज़ जान-ए-शीरीं मीफ़शांद ।।
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
शैख़ सा’दी का तख़ल्लुस किस सा’द के नाम पर है ?
शनीदम ज़े पीरान-ए-शीरीं-सुख़नकि बूद अन्दरीं शहर पीर-ए-कुहन
एजाज़ हुसैन ख़ान
सूफ़ी लेख
सूफ़ी क़व्वाली में महिलाओं का योगदान
ले के दिल शीरीं-ज़बानी से वो करता है ज़लीलजिसको सब भोला समझते हैं वो हुश्यारों में है
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
चिश्तिया सिलसिला की ता’लीम और उसकी तर्वीज-ओ-इशाअ’त में हज़रत गेसू दराज़ का हिस्सा
ख़लीक़ अहमद निज़ामी
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत शाह अहमद हुसैन चिश्ती शैख़पूरवी
आप अपने वालिद हज़रत शाह शुजाअत हुसैन (मुतवफ़्फ़ा 1308 हिज्री)के हुक्म पर हज़रत शाह अता हुसैन
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
खुसरो की हिंदी कविता - बाबू ब्रजरत्नदास, काशी
(1) मसनवी किरानुस्सादैन। (2) मसनवी मतलउल्अनवार। (3) मसनवी शीरीं व खुसरू। (4) मसनवी लैली व मजनूँ।
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी लेख
खुसरो की हिंदी कविता - बाबू ब्रजरत्नदास, काशी
(1) मसनवी किरानुस्सादैन। (2) मसनवी मतला उल अनवार । (3) मसनवी शीरीं व खुसरू। (4) मसनवी
नागरी प्रचारिणी पत्रिका
सूफ़ी लेख
Krishna as a symbol in Sufism
हज़रत तुराब काकोरवी फ़ारसी, अरबी आदि भाषाओं में सिद्धहस्त थे तथा इन सबकी काव्य परम्पराओं से
बलराम शुक्ल
सूफ़ी लेख
हज़रत मौलाना शाह हिलाल अहमद क़ादरी मुजीबी
ख़ानक़ाह ए मुजीबिया, फुल्वारी शरीफ़ मोहताज ए तआरुफ़ नहीं है। यहाँ की अज़्मत ओ रिफ़अत से
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
सूफ़ी ‘तुराब’ के कान्ह कुँवर (अमृतरस की समीक्षा)
हज़रत तुराब काकोरवी फ़ारसी, अरबी आदि भाषाओं में सिद्धहस्त थे तथा इन सबकी काव्य परम्पराओं से