परिणाम "aan"
Tap the Advanced Search Filter button to refine your searches
दिल-ओ-दिल में फिर आन-बान वालेसिक्के बिठा रहे हैं नाम-ओ-निशान वाले
हो इक नज़र इधर भी ओ आन बान वालेइक तीर फेंकता जा बांगी कमान वाले
दिल छीन लिया मिरा नाज़ से तू इक आन में आँखें मिला के सजनबे-दिल में तड़पता हूँ रोता सदा हाय आँखों से आँसू बहा के सजन
आन पड़ी हूँ गोर किनारेख़ाक उड़ा कर बन बन की
ज़ुल्म हम पर हर-आन होते हैंरात दिन इम्तिहान होते हैं
बे-ख़ुदी जब कि आन पहुँचे हैफिर नहीं जानते के क्या हैं हम
वारिस दाता आन बचाओ नाव फँसी मंजधारसाईं आपन दया करो कि लागे बेड़ा पार
मौसम-ए-गुल में वो जो आन मिलेंहम भी जानें कि रुत सुहानी है
हर लहज़ा शान-ए-हुस्न बदलती रही 'जिगर'हर आन हम जहान-ए-दिगर देखते रहे
कैसी कैसी हस्तियों ने इस जहाँ में आन केख़ूब नक़्क़ारे बजाए अपनी अपनी शान के
मिट जाएँ एक आन में कसरत-नुमाइयाँहम आइने के सामने जब आ के हू करें
उन के अंदाज़-ए-करम उन पे वो आना दिल काहाय वो वक़्त वो बातें वो ज़माना दिल का
मुझ को दीदार की ख़्वाहिश न थी उन के रुख़ से नक़ाब उन का क्यूँ हट गयामैं तो बुज़दिल था दिल था मिरा शेर-दिल समझाया दीदार पे डट गया
हैरान है मुज़्तर है अफ़्सुर्दा परेशाँ हैहम तो दिल-ए-मुज़्तर की हर आन लुटा बैठे
आन परी तोरे दरवाजे पर मिरी लाज-शरम सब रख लेतो तू साहेब मेरा महबूब-ए-इलाही
ऐ मोहब्बत के परस्तार सँभल कर चलनाराह-ए-उल्फ़त में हर इक आन से डर लगता है
गुज़र उस वक़्त हुआ है सर-ए-मदफ़न उन काहरगिज़ ऐ दस्त-ए-तलब छोड़ न दामन उन का
वुफ़ूर-ए-शौक़-ए-मुज़्तर है कि उन को हाय क्या कहिएनबी कहिए मलक कहिए बशर कहिए ख़ुदा कहिए
इश्क़ हर-आन नई शान-ए-नज़र रखता हैग़मज़:-ओ-इश्वा-ओ-अन्दाज़-ओ-अदा कुछ भी नहीं''
दुनिया को तो इक आन में बेहोश किया थामुझ को भी हर इक चीज़ भुलाते हुए आते
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
Urdu poetry, urdu shayari, shayari in urdu, poetry in urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books