आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "bangla sahitya mein rajasthan volume 002 shiv kumar ebooks"
Kalaam के संबंधित परिणाम "bangla sahitya mein rajasthan volume 002 shiv kumar ebooks"
कलाम
कोई मुश्किल था महशर में तुम्हें क़ातिल बना देनामगर कुछ सोच कर रहम आ गया जाओ दु'आ देना
क़मर जलालवी
कलाम
क़मर जलालवी
कलाम
मैं मसर्रत में ख़ुशी में हूँ न रंज-ओ-ग़म में हूँरू-ए-जानाँ सामने है मैं अजब आ'लम में हूँ
अब्दुल हादी काविश
कलाम
गुल में तू तुझ में नुमू था मुझे मा'लूम न थाहर तरफ़ बाग़ में तू था मुझे मा'लूम न था
अकबर वारसी मेरठी
कलाम
जिन्हें मैं ढूँढता था आसमानों में ज़मीनों मेंवो निकले मेरे ज़ुल्मत-ख़ाना-ए-दिल के मकीनों में
अल्लामा इक़बाल
कलाम
वली वारसी
कलाम
अज़ल में जो सदा मैं ने सुनी थी कैफ़-ए-मस्ती मेंवही आवाज़ अब तक सुन रहा हूँ साज़-ए-हस्ती में
ख़ादिम हसन अजमेरी
कलाम
ग़म में जीता हूँ तिरे हिज्र में मरता हूँ मैंख़ुद ही बीमार हूँ और ख़ुद ही मसीहा हूँ में