आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "waardat e kamil maulana sayyad shah sheikhan ahmad husaini ebooks"
Kalaam के संबंधित परिणाम "waardat e kamil maulana sayyad shah sheikhan ahmad husaini ebooks"
कलाम
कभी मग़्मूम आँखों में कभी रौशन चराग़ों मेंकभी जाम-ए-सिफ़ालीं में कभी लबरेज़ अयाग़ों में
अहमद नदीम क़ासमी
कलाम
अब्र है जाम है मीना है मय-ए-गुल-गूँ हैहै सब अस्बाब-ए-तरब साक़ी-ए-गुलफ़ाम नहीं
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
ख़ानक़ाह-ए-चिश्त में जिस ने क़दम पहला रखादूसरा उस का क़दम फिर अर्श-ए-बाला पर हुआ
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
मुश्किल जो 'नियाज़' आई तुम्हें फ़क़्र में दरपेशजा शाह-ए-नजफ़ हैदर-ए-कर्रार से कह दो
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
कहाँ ये 'इश्क़ का मरना कहाँ वो मौत सर पड़नायहाँ अब रूह-ए-क़ुदसी हों वहाँ ज़ेर-ए-ज़मीं सड़ना
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
हज़रत-ए-इश्क़ आप होवें गर मुदर्रिस चंद रोज़फिर तो इल्म-ए-फ़क़्र की तहसील ख़ातिर-ख़्वाह हो
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
न मक़ाम-ए-गुफ़्तुगू है न महल्ल-ए-जुस्तुजू हैन वहाँ हवास पहुँचें न ख़िरद को है रसाई
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
इश्क़ में तेरे कोह-ए-ग़म सर पे लिया जो हो सो होऐश-ओ-निशात-ए-ज़िंदगी छोड़ दिया जो हो सो हो
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
नीस्ती हस्ती है यारो और हस्ती कुछ नहींबे-ख़ुदी मस्ती है यारो और मस्ती कुछ नहीं
शाह नियाज़ अहमद बरेलवी
कलाम
ऐ जान-ए-जहाँ कब तक ये गोशा-ए-तन्हाईसब दीद के तालिब हैं जितने हैं तमाशाई
मौलाना अ’ब्दुल क़दीर हसरत
कलाम
कब महकेगी फ़स्ल-ए-गुल कब बहकेगा मय-ख़ानाकब सुब्ह-ए-सुख़न होगी कब शाम-ए-नज़र होगी
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
कलाम
अपनी निगाह-ए-शौक़ को रोका करेंगे हमवो ख़ुद करें निगाह तो फिर क्या करेंगे हम