हज़रत नए पीर
रोचक तथ्य
تاریخ صوفیائے گجرات۔ حصہ دوم۔ باب-107
आपका नाम नहीं मा’लूम। पटन में नए पीर के लक़ब से मशहूर हैं।
आपका मज़ार ज़मीन में धँसा हुआ था और उसके ऊपर खेती होती थी। क़रीब 75 साल का अर्सा हुआ कि आपने उस काश्तकार और एक और शख़्स को बशारत दी कि हमारा मज़ार जो फ़ुलाँ जगह है उस पर से मिटटी हटाओ ।चुनाँचे उस हिन्दू और मुसलमान काश्त-कार ने ऐसा ही किया। मज़ार बर-आमद हुआ। काश्त-कार ने वो खेत आपके मज़ार के नज़्र किया।उसके बा’द से आप नए पीर मशहूर हुए। आपके मज़ार पर एक गुंबद, मस्जिद, मुसाफ़िर-ख़ाना और एक हुजरा ता'मीर किया गया।
'उर्स: पटन में आपका 'उर्स 12 शवाल को होता है
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