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हज़रत शाह ‘अब्दुल लतीफ़

डाॅ. ज़ुहूरुल हसन शारिब

हज़रत शाह ‘अब्दुल लतीफ़

डाॅ. ज़ुहूरुल हसन शारिब

MORE BYडाॅ. ज़ुहूरुल हसन शारिब

    रोचक तथ्य

    تاریخ صوفیائے گجرات۔ حصہ دوم۔ باب-62

    हज़रत शाह ‘अब्दुल लतीफ़ का ज़ाहिर-ओ-बातिन आरास्ता था।

    ख़ानदानी हालात: आप सुल्तान महमूद बेगड़ा के एक सरदार के साहिब-ज़ादे थे।

    नाम: आपका नाम मालिक अब्दुल लतीफ़ है।

    लक़ब: आप का लक़ब दावल शाह पीर है।

    ख़िताब: आप का ख़िताब दावर-उल-मालिक है।

    रुश्द-ओ-हिदायत: आप रुश्द-ओ-हिदायत, ता'लीम-ओ-तलक़ीन को फ़र्ज़ समझते थे, आपकी रुश्द-ओ-हिदायत और ता'लीम-ओ-तलक़ीन के असरात गुजरात में अब तक नुमायाँ हैं। ‘इलाक़ा-ए- कच्छ के बहुत से मुसलमान जिनके आबा-ओ-अजदाद हिन्दू थे।आपको अपना मज़हबी पेशवा मानते हैं।

    मज़ार: आपका मज़ार जुनागढ़ के क़रीब है।

    करामत: बीमार आपके मज़ार आते हैं और शिफ़ा पाते हैं ।अंधे आते हैं और दोबारा आँख में रौशनी पाते हैं।

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