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Sufinama

ये रंगीनी-ए-नौ-बहार अल्लाह-अल्लाह

सूफ़ी तबस्सुम

ये रंगीनी-ए-नौ-बहार अल्लाह-अल्लाह

सूफ़ी तबस्सुम

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    रोचक तथ्य

    حضرت امیر خسرو کی ایک فارسی غزل کا منظوم ترجمہ

    ये रंगीनी-ए-नौ-बहार अल्लाह-अल्लाह

    ये जाम-ए-मय-ए-ख़ुश-गवार अल्लाह-अल्लाह

    इधर हैं नज़र में नज़ारे चमन के

    उधर रू-ब-रू रू-ए-यार अल्लाह-अल्लाह

    इधर जल्वा-ए-मुज़्तरिब तौबा-तौबा

    इधर ये दिल-ए-बे-क़रार अल्लाह-अल्लाह

    वो लब हैं कि है वज्द में मौज-ए-कौसर

    वो ज़ुल्फ़ें हैं या ख़ुल्द-ज़ार अल्लाह-अल्लाह

    मैं इस हालत-ए-होश में मस्त-ओ-बे-ख़ुद

    वो मस्ती में भी होशियार अल्लाह-अल्लाह

    स्रोत :
    • पुस्तक : Kulliyat-e-Sufi Tabassum (पृष्ठ 383)

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