दिल्ली के शायर और अदीब
कुल: 166
मुज़म्मिल ख़ान
मुस्तफ़ा ज़ैदी
- जन्म : दिल्ली
मुस्तफ़ा ख़ाँ शेफ़्ता
“गुलशन-ए-बे-खार” का मुसन्निफ़
मुंशी रज़ीउद्दीन
मुनव्वर लखनवी
- Shrine : दिल्ली
रामायण, भगवत गीता, और दूसरे बहुत से मज़हबी व ग़ैर मज़हबी पाठों का छन्दोबद्ध व गयात्मक अनुवाद करने के लिए प्रसिद्ध
- Shrine : दिल्ली
मोहम्मद शाह रंगिला
मोहम्मद पनाह क़ाबिल
मोमिन ख़ाँ मोमिन
ग़ालिब और ज़ौक़ के समकालीन। वह हकीम, ज्योतिषी और शतरंज के खिलाड़ी भी थे। कहा जाता है मिर्ज़ा ग़ालीब ने उनके शेर ' तुम मेरे पास होते हो गोया/ जब कोई दूसरा नही होता ' पर अपना पूरा दीवान देने की बात कही थी।
मिर्ज़ा क़ादिर बख़्श साबिर
मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जानाँ
दिल्ली के मा’रूफ़ नक़्शबंदी मुजद्ददी बुज़ुर्ग और मुमताज़ सूफ़ी शाइ’र
मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जानाँ
मिर्ज़ा ग़ालिब
महान शायर/विश्व-साहित्य में उर्दू की आवाज़/सब से अधिक लोकप्रिय सुने और सुनाए जाने वाले अशआर के रचयिता
मिर्ज़ा फ़रहतुल्लाह बेग
मीर मोहम्मद नईम
मेराज अहमद निज़ामी
मीर तक़ी मीर
उर्दू के पहले सबसे बड़े शायर जिन्हें ' ख़ुदा-ए-सुख़न, (शायरी का ख़ुदा) कहा जाता है.
मीर मोहम्मद बेदार
ख़्वाजा फ़ख़्रुद्दीन चिश्ती देहलवी के मुरीद और गुम-गश्ता सूफ़ी शाइ’र
मीर हसन देहलवी
प्रमुख मर्सिया-निगार। मसनवी ‘सहर-उल-बयान’ के लिए विख्यात
मीनू बख़्शी
माशूक़ अली ख़ान
- निवास : दिल्ली
मनज़ूर आलम नियाज़ी
- निवास : दिल्ली
मख़मूर देहलवी
प्रतिष्ठित शायर, अपने शेर " मोहब्बत के लिए कुछ ख़ास दिल मख़सूस होते हैं " के लिए मशहूर