बड़ा दरबार-ए-'आली है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
रोचक तथ्य
منقبت درشان محبوب الٰہی خواجہ نظام الدین اؤلیا (دہلی۔ہندوستان)
बड़ा दरबार-ए-'आली है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
जहाँ में फ़ैज़ जारी है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
हक़ीक़त मेरी तौसीफ़-ओ-सनाई बे-हक़ीक़त है
कि ख़िल्क़त गीत गाती है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
बनी दिल्ली दुल्हन दूल्हा निज़ामुद्दीन चिश्ती हैं
ज़माना भर बराती है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
बिला तफ़रीक़ मज़हब क़ौम-ओ-मिल्लत सारे 'आलम में
सबा डंका बजाती है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
ये ख़ुर्शीद और अंजुम और मलक जिन्न-ओ-बशर सारे
जिसे देखो सलामी है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
ये ख़ुर्शीद और अंजुम और मलक जिन्न-ओ-बशर सारे
जिसे देखो सलामी है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
मिटे हैं क़स्र-ए-सुल्तानी मगर ये रोज़ा-ए-अनवर
अबद आसार बाक़ी है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
'निज़ामी' दर-बदर जाए भला ये ग़ैर मुम्किन है
उसे दरवाज़ा काफ़ी है निज़ामुद्दीन चिश्ती का
- पुस्तक : हदीस-ए-निज़ामी (पृष्ठ 146)
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