लोग क्या जानें कि क्या है इख़्तियार-ए-फ़ातिमा
रोचक तथ्य
منقبت درشان حضرت فاطمہ زہرا (مدینہ منورہ)
लोग क्या जानें कि क्या है इख़्तियार-ए-फ़ातिमा
है ज़मीं से आसमाँ तक ताबे’-दार-ए-फ़ातिमा
अपनी बख़्शिश के लिए तुम जाओ तो औरों के दर
तुम को आना ही पड़ेगा फिर दयार-ए-फ़ातिमा
आप की आमद पे होते हैं खड़े ख़ुद मुस्तफ़ा
इस से दुनिया जान ले क्या है वक़ार-ए-फ़ातिमा
बादशाही सरफ़राज़ी या वो जन्नत बख़्श दें
चाहें जो कर दे 'अता है इख़्तियार-ए-फ़ातिमा
उस से बढ़ कर कोई चाहत अब मुझे है ही नहीं
और वहीं तुर्बत जहाँ है रहगुज़ार-ए-फ़ातिमा
दीन-ए-अहमद के चमन की ज़िंदगी के वास्ते
लुट रहा है दश्त में बाग़-ए-बहार-ए-फ़ातिमा
घूम लो दुनिया 'ज़िया' तुम देख लो सच्चाई को
उस के ताबे' सब हैं जो है ताबे’-दार-ए-फ़ातिमा
- पुस्तक : Sukhanwaran-e-Izzat (पृष्ठ 345)
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