नाम है जैसा वैसा रुत्बा सदरुद्दीन बुख़ारी का
रोचक तथ्य
منقبت درشان حضرت صدرالدین سہروردی راجن قتال (اوچ-بہاولپور)
नाम है जैसा वैसा रुत्बा सदरुद्दीन बुख़ारी का
प्रजा के है दिल पर क़ब्ज़ा सदरुद्दीन बुख़ारी का
राजन क़त्ताल के हो जाओ पा जाओगे जन्नत तुम
नक़्श-ए-क़दम है ख़ुल्द का रस्ता सदरुद्दीन बुख़ारी का
ज़ुहद-ओ-तक़्वा 'इल्म-ओ-'अमल इक ज़ात में सारे पिन्हाँ हैं
वलियों में एक ऐसा चेहरा सदरुद्दीन बुख़ारी का
मख़्दूमी निस्बत से उस के दोनों 'आलम रौशन हैं
जिस ने भी है दामन थामा सदरुद्दीन बुख़ारी का
दो-'आलम में पूछने वाला तेरा नहीं होगा कोई
ले डूबेगा तुझ को कीना सदरुद्दीन बुख़ारी का
उन की निस्बत की ख़ुश्बू ने हर सूबे को महकाया
फ़ज़्ल-ए-ख़ुदा से गुलशन महका सदरुद्दीन बुख़ारी का
उन की आने वाली मनाज़िल सारी आसाँ होगी 'ज़िया'
जिन को भी मिल जाए रस्ता सदरुद्दीन बुख़ारी का
- पुस्तक : Sukhanwaran-e-Izzat (पृष्ठ 337)
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