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Sufinama

मुश्किल-कुशा करमल्लाहो वजहु

अकबर वारसी मेरठी

मुश्किल-कुशा करमल्लाहो वजहु

अकबर वारसी मेरठी

MORE BYअकबर वारसी मेरठी

    बादशाह ला-फ़ता मौला-अली मुश्किल-कुशा

    हमराज़-ए-महबूब-ए-ख़ुदा मौला-अली मुश्किल-कुशा

    क्या अस्फ़िया क्या औसिया क्या atqiyaa क्या औलिया

    है सब का तुम से सिलसिलः मौला-अली मुश्किल-कुशा

    शाह-ए-ज़मन का'बः-वतन अज़दर-फ़िगन ख़ैबर-शिकन

    मर्हबा-सद-मर्हबा मौला-अली मुश्किल-कुशा

    क्या शान है शान-ए-नबी क्या आन है आन-ए-नबी

    क्या नाम है नाम-ए-ख़ुदा मौला-अली मुश्किल-कुशा

    नूर-ए-समद शेर-ए-अहद माह-ए-शरफ़ शाह-ए-नजफ़

    अब्र-ए-करम बहर-ए-सख़ा मौला-अली मुश्किल-कुशा

    चाहा रसूल-अल्लाह ने तलवार दी अल्लाह ने

    ठहरे नसीर के ख़ुदा मौला-अली मुश्किल-कुशा

    उस आँख से जिस आँख ने मख़मूर दो-आलम किए

    मेरी तरफ़ भी देखना मौला-अली मुश्किल-कुशा

    हो जाए रद्द उस की बला जो ये कहे सुब्ह-ओ-मसा

    मुश्किल में हूँ जाओ या मौला-अली मुश्किल-कुशा

    कब तक सऊबत में रहूँ कब तक ये रंज-ओ-ग़म सहूँ

    आख़िर तो हूँ मैं आप का मौला-अली मुश्किल-कुशा

    बेबस कड़ी मंज़िल में हूँ बेकस बड़ी मुश्किल में हूँ

    कीजे मिरी इमदाद या-मौला-अली मुश्किल-कुशा

    'अकबर' जो चाहे माँगना 'वारिस' का दे दे वास्तः

    फिर देखना देते हैं क्या मौला-अली मुश्किल-कुशा

    स्रोत :
    • पुस्तक : रियाज़-ए-अकबर: असली दीवान-ए-अकबर (पृष्ठ 20)
    • रचनाकार : मोहम्मद अकबर ख़ाँ वारसी
    • प्रकाशन : मतबा मजीदी, मेरठ

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