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हुज्रा-ए-ख़ैरुल-वरा में जल्वा-गर सिद्दीक़ हैं

उवैस रज़ा अम्बर

हुज्रा-ए-ख़ैरुल-वरा में जल्वा-गर सिद्दीक़ हैं

उवैस रज़ा अम्बर

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    रोचक तथ्य

    منقبت در شان حضرت ابو بکر صدیق (مدینہ -سعودی عرب)

    हुज्रा-ए-ख़ैरुल-वरा में जल्वा-गर सिद्दीक़ हैं

    इस से समझें आप कितने मो'तबर सिद्दीक़ हैं

    कह रहे हैं ये ज़मीन-ओ-आसमाँ माह-ओ-फ़लक

    ख़ल्क़ में बा'द-ए-रुसुल अफ़ज़ल बशर सिद्दीक़ हैं

    दीन की ख़ातिर निछावर कर दिया है घर का घर

    जूद में देखो तो कितने औज पर सिद्दीक़ हैं

    उम्मत सरकार में हैं कौन सब से मो'तबर

    हज़रत-ए-मौला 'अली 'उसमाँ 'उमर सिद्दीक़ हैं

    ए'तिमाद आक़ा को था सिद्दीक़ पर कुछ इस तरह

    हिज्रत-ए-शह में भी देखो हम-सफ़र सिद्दीक़ हैं

    रहते हैं वो बा'द-ए-रेहलत भी शह-ए-दीं के क़रीब

    देखिए महबूब शह के किस क़दर सिद्दीक़ हैं

    जब हुए रुख़्सत शहंशाह-ए-मदीना दहर से

    फिर सँभाला जिस ने दीं को वो बशर सिद्दीक़ हैं

    प्यारे आक़ा की 'अता से सब के प्यारे हो गए

    या'नी दुनिया में बहुत ही मो'तबर सिद्दीक़ हैं

    काश 'अम्बर' हमें हो उन का सदक़ा दस्तियाब

    ’आईशा बीबी के जो प्यारे पिदर सिद्दीक़ हैं

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