राहत-ए-जान-ए-मुब्तला सय्यदना तुम्हीं तो हो
रोचक तथ्य
منقبت در شان حضرت سیدنا امیر ابوالعلا (آگرہ-اترا پردیش)
राहत-ए-जान-ए-मुब्तला सय्यदना तुम्हीं तो हो
सब्र-ओ-सुकून-ए-बे-नवा सय्यदना तुम्हीं तो हो
मज़हर-ए-हुस्न-ए-ज़ात हो आईना-ए-सिफ़ात हो
शान-ए-ख़ुदा बहर-ए-अदा सय्यदना तुम्हीं तो हो
लहर हो बहर-ए-हुस्न की मौज हो बहर-ए-'इश्क़ की
नाज़-ओ-नियाज़-ए-मुस्तफ़ा सय्यदना तुम्हीं तो हो
दुख भरे दिल के चारा-साज़ मरहम-ए-ज़ख़्म-ए-जान-ए-नाज़
दर्द मिरे मिरी दवा सय्यदना तुम्हीं तो हो
तुम हो हमारी आरज़ू तुम हो हमारी जुस्तुजू
किश्वर-ए-हुस्न के ख़ुदा सय्यदना तुम्हीं तो हो
रंग-ए-मजाज़ में भी है हुस्न-ए-हक़ीक़त आशकार
आईना-ए-ख़ुदा-नुमा सय्यदना तुम्हीं तो हो
ज़ात हैं उस की हो के गुम तुम नहीं इस तरह हो तुम
मंज़िल-ए-हुस्न-ओ-रहनुमा सय्यदना तुम्हीं तो हो
डूब न जाए राह में रखना उसे निगाह में
कशती-ए-दिल के ना-ख़ुदा सय्यदना तुम्हीं तो हो
'महमूद'-ए-बे-नवा भी है ज़र्रा-ए-ख़ाक-ए-नक़्श-ए-पा
अपने गदा का आसरा सय्यदना तुम्हीं तो हो
Additional information available
Click on the INTERESTING button to view additional information associated with this sher.
About this sher
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi volutpat porttitor tortor, varius dignissim.
rare Unpublished content
This ghazal contains ashaar not published in the public domain. These are marked by a red line on the left.