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किस के जल्वे की झलक है सू-ब-सू

रमज़ान हैदर फ़िरदौसी

किस के जल्वे की झलक है सू-ब-सू

रमज़ान हैदर फ़िरदौसी

MORE BYरमज़ान हैदर फ़िरदौसी

    किस के जल्वे की झलक है सू-ब-सू

    क़ुदरतें किस की अ'याँ हैं कू-ब-कू

    साएल-ए-रिज़्क़-ए-सुख़न हूँ ख़ुदा

    फ़ज़्ल फ़र्मा हूँ सरापा हर्फ़-ए-जो

    मेरे दिल में ख़ुदा तेरे सिवा

    कोई ख़्वाहिश हो कोई आरज़ू

    पाक तू बे-मिस्ल तू तू ला-शरीक

    फ़ानी है हर चीज़ बाक़ी एक तू

    तू है ला-महदूद तेरा फ़ज़्ल भी

    मावरा-ए-’अक़्ल है मा'बूद तू

    नुत्क़ को दे लज़्ज़त-ए-हम्द-ओ-सना

    हर घड़ी मेरी हो तुझ से गुफ़्तुगू

    सरमद-ओ-मंसूर हैं लाखों मगर

    हो वही मशहूर जिस को चाहे तू

    बाक़ी अल्लाह तेरी ज़ात है

    ख़ाक हो जाएँगे सब नाम-ओ-नुमू

    उस ने देखा परतव-ए-रू-ए-जमाल

    मुस्तफ़ा को जिस ने देखा रू-ब-रू

    'हैदर'-ए-ख़स्ता की ख़्वाहिश है ख़ुदा

    मौत आए हम्द करते क़िबला-रू

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