मिटाया अकबरी-फ़ित्ना मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
रोचक तथ्य
منقبت درشان مجدد الف ثانی حضرت شیخ احمد فاروقی ( سرہند۔پنجاب)
मिटाया अकबरी-फ़ित्ना मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
बजाया दीन का डंका मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
गए जब क़ैद में साहब हुए क़ैदी भी सब ताइब
वहँ भी दीन फैलाया मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
शरीअ'त और तरीक़त आ’लम-ओ-सूफ़ी मिले बाहम
समुंदर दो किए यकजा मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
गुनाह से चूर बंदे थे ख़ुदा से दूर बंदे थे
ख़ुदा से ख़ल्क़ को जोड़ा मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
ये मोमिन की निशानी है करेगा आप से उल्फ़त
दिया है हक़ का पैमाना मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
विलायत के सितारे गुम हैं इन में ऐसे सूरज हैं
ख़ुदा से नूर वो पाया मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
कहा पारस के पत्थर की तरह उ’लमा रहें हर दम
बनाया लोहे को सीना मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
मिली है रश्क को निस्बत तुम्हारे दर से है उल्फ़त
गुनहगारों को अपनाया मुजद्दिद-अलफ़-ए-सानी ने
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