तूही तो है रहबर-ए-आ’ज़म
तूही तो है रहबर-ए-आ’ज़म
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
बा’द-ए-ख़ुदा तू सब से मुकर्रम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरी रज़ा हर ज़ख़्म का मरहम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
अल्लाह अल्लाह नूर-ए-मुजस्सम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरी मोहब्बत दूर करे ग़म
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
फूल है तू और मैं हूँ शबनम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरे सदक़े बज़्म-ए-आलम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तुझ से है बस रौनक़-ए-आ'लम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरे इ'श्क़ की लौ न हो मद्धम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
हिज्र में तेरे आँख है पुर-नम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
कौन है अपना शाह-ए-दो-’आलम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
दीन को रखा तूने मुक़द्दम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरे क़दम और अ'र्श-ए-आ'ज़म
बहर-ए-उम्मत फ़िक्र है हर दम
दीन-ओ-ईमाँ तुझ से मोहकम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरी हस्ती रहमत-ए-’आलम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरे सहाबा दीन पे क़ायम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरी उल्फ़त सब से क़ायम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तुझ में पाया ‘अज़्म-ए-मोहकम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तुझ से दूरी ही तो जहन्नम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
कूचा तेरा बाग़-ए-इरम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तुझ पे हुआ हर सब्ब-ओ-शत्म
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तुझ से मुक़द्दस तुझ से हरम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
शाफ़े'-ए'-महशर शाह-ए-उमम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
प्यार की तुझ से राह-ओ-रस्म
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
जग में वफ़ा का तुझ से भरम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरा नवासा माह मोहर्रम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरी क़ुर्बत लज़्ज़त-ए-पैहम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
दूर न अब रह पाएँगे पैहम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
ख़ून के आँसू रोएँ न क्यूँ हम
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
तेरा ग़म 'हस्सान' का हो ग़म
सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम
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