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Sufinama

तूही तो है रहबर-ए-आ’ज़म

हाज़िम हस्सान

तूही तो है रहबर-ए-आ’ज़म

हाज़िम हस्सान

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    तूही तो है रहबर-ए-आ’ज़म

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    बा’द-ए-ख़ुदा तू सब से मुकर्रम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरी रज़ा हर ज़ख़्म का मरहम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    अल्लाह अल्लाह नूर-ए-मुजस्सम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरी मोहब्बत दूर करे ग़म

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    फूल है तू और मैं हूँ शबनम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरे सदक़े बज़्म-ए-आलम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तुझ से है बस रौनक़-ए-आ'लम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरे इ'श्क़ की लौ हो मद्धम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    हिज्र में तेरे आँख है पुर-नम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    कौन है अपना शाह-ए-दो-’आलम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    दीन को रखा तूने मुक़द्दम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरे क़दम और अ'र्श-ए-आ'ज़म

    बहर-ए-उम्मत फ़िक्र है हर दम

    दीन-ओ-ईमाँ तुझ से मोहकम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरी हस्ती रहमत-ए-’आलम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरे सहाबा दीन पे क़ायम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरी उल्फ़त सब से क़ायम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तुझ में पाया ‘अज़्म-ए-मोहकम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तुझ से दूरी ही तो जहन्नम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    कूचा तेरा बाग़-ए-इरम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तुझ पे हुआ हर सब्ब-ओ-शत्म

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तुझ से मुक़द्दस तुझ से हरम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    शाफ़े'-ए'-महशर शाह-ए-उमम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    प्यार की तुझ से राह-ओ-रस्म

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    जग में वफ़ा का तुझ से भरम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरा नवासा माह मोहर्रम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरी क़ुर्बत लज़्ज़त-ए-पैहम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    दूर अब रह पाएँगे पैहम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    ख़ून के आँसू रोएँ क्यूँ हम

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

    तेरा ग़म 'हस्सान' का हो ग़म

    सल्लल्लाहो अ'लैहे-वसल्लम

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