Sufinama

मुख़म्मस

सूफ़ी संतों द्वारा रचित मुख़म्मस का विशाल संग्रह सूफ़ीनामा में पढ़िए .

1886 -1961

हैदराबाद का रुबाई’-गो सूफ़ी शाइ’र

1916

दबिस्तान-ए-साबिरी का एक सूफ़ी शाइ’र

1880 -1936

चौदहवीं सदी हिज्री का एक सूफ़ी शाइ’र

1832 -1906

हैदराबाद के मश्हूर अबुल-उ’लाई सूफ़ी

1753 -1817

लखनऊ के सबसे गर्म मिज़ाज शायर। मीर तक़ी मीर के समकालीन। मुसहफ़ी के साथ प्रतिद्वंदिता के लिए मशहूर ' रेख़्ती ' विधा की शायरी भी की और गद्द में रानी केतकी की कहानी लिखी।

1839 -1901

हैदराबाद के प्रसिद्ध सूफ़ी कवि

1905 -1976

‘’आपको पाता नहीं जब आपको पाता हूँ मैं’’ लिखने वाले शाइ’र

1777 -1848

ख़ानक़ाह मुजीबिया, फुलवारी शरीफ़ के सज्जादा-नशीं और बिहार के मुमताज़ फ़ारसी-गो शाइ’र

दीवान-ए-मेहर के मुसन्निफ़ और शेफ़्ता कंतोरी के शागिर्द-ए-रशीद

1902

शाद अ’ज़ीमाबादी के शागिर्द-ए-अ’ज़ीज़

1843 -1909

बिहार के महान सूफ़ी कवि

1881 -1945

हज़रत शाह अकबर दानापुरी के साहिब-ज़ादे और ख़ानक़ाह-ए-सज्जादिया अबुल-उ’लाइया, दानापुर के बा-कमाल सज्जादा-नशीन

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