पद
पद अशआर की एक सिन्फ़ है। पदों में इस तरह की कोई क़ैद नहीं होती। ये उन से आज़ाद होते हैं इसलिए क़दीम शाइरों ने पदों के उन्वान पर रागों के ही नाम दिए हैं। पदों की रिवायत हिन्दी अदब में कबीर से शुरू हुई ।
पद अशआर की एक सिन्फ़ है। पदों में इस तरह की कोई क़ैद नहीं होती। ये उन से आज़ाद होते हैं इसलिए क़दीम शाइरों ने पदों के उन्वान पर रागों के ही नाम दिए हैं। पदों की रिवायत हिन्दी अदब में कबीर से शुरू हुई ।
Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi
GET YOUR PASS