’आशिक़-ए-बे-ख़बर मनम मन न-मनम न-मन मनम
’आशिक़-ए-बे-ख़बर मनम मन न-मनम न-मन मनम
’आरिफ़-ए-बा-हुनर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं बे-ख़बर ’आशिक़ हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
मैं हुनर-मंद रहस्यवादी हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
सोज़-ए-दिल-ओ-जिगर मनम वह्शत-ए-पर्द: दर मनम
दानिश-ए-बख़्य:-गर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं दिल-ओ-जिगर की जलन हूँ, मैं पर्दा फाड़ने वाले की वहशत हूँ
मैं बख़िए सीने वाली ’अक़्ल हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
अम्न मनम ख़तर मनम ज़हर मनम शकर मनम
नफ़्अ’ मनम ज़रर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं शान्ति हूँ, मैं भय हूँ, मैं ज़हर हूँ, मैं मिठास हूँ
मैं लाभ हूँ, मैं हानि हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
शाम मनम सहर मनम शम्स मनम क़मर मनम
दर हम: जल्वः-गर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं शाम हूँ, मैं सहर हूँ, मैं सूरज हूँ, मैं चाँद हूँ
मैं सभी में जल्वा-गर हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
शाहिद-ए-दिल-रुबा मनम मुतरिब-ए-ख़ुश-नवा मनम
सम्अ मनम बसर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं दिल-रुबा महबूब हूँ, मैं ख़ुश-आवाज़ गवय्या
मैं सुनना हूँ, मैं देखना हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
हुस्न-ओ-जमाल-ए-हक़ मनम इज़्ज़-ओ-जलाल-ए-हक़ मनम
हश्मत-ओ-जाह-ओ-फ़र मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं हक़ का हुस्न-ओ-जमाल हूँ, मैं हक़ की ’इज़्ज़त-ओ-‘अज़्मत हूँ
मैं हश्मत-ओ-शौकत-ओ-सतवत हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मै मैं हूँ
तूती-ए-सद-ज़बाँ मनम बुल्बुल-ए-नग़्मः-ख़्वाँ मनम
रौज़ः मनम शजर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं सैकड़ों ज़बानों वाला तूता हूँ, मैं नग़्मे गाने वाला बुलबुल हूँ
मैं कियारी हूँ, मैं दरख़्त हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
आदम-ओ-शीस-ओ-नूह-ओ-हूद ग़ैर-ए-हक़ीक़तम न-बूद
साहिब-ए-हर-अस्र मनम मन न-मनम न-मन मनम
आदम और शीस-ओ-नूह और हूद मेरी हक़ीक़त के सिवा न थे
मैं हर ज़माने वाला हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
मूसा-ए-जल्वः-बीं मनम क़ुल्लः-ए-फ़िलिस्तीं मनम
नूर मनम शरर मनम मन न-मनम न-मन मनम
जल्वा देखने वाला मूसा मैं हूँ, फ़लस्तीन के पहाड़ की चोटी हूँ
मैं नूर हूँ, मैं चिंगारी हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मै मैं हूँ
’ईसा-ए-मरयमी मनम अहमद-ए-हाशिमी मनम
हैदर-ए-शेर-ए-नर मनम मन न-मनम न-मन मनम
ई’सा का मर्यम मैं हूँ, हाश्मी अहमद मैं हूँ
मैं हैदर और शेर-ए-नर हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
सूफ़ी-ए-बा-सफ़ा मनम बे-ख़ुद-ओ-बा-ख़ुदा मनम
अहल-ए-दिल-ओ-नज़र मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं उज्जवल हृदय वाला सूफ़ी हूँ, मैं स्वयं से अपरिचित और ईश्वर से परिचित हूँ
मैं दिल और दृष्टि वाला हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
राज़-ओ-नियाज़-ए-ख़ुद मनम सोज़-ओ-गुदाज़-ए-ख़ुद मनम
कर्द: क़दम ज़-सर मनम मन न-मनम न-मन मनम
मैं अपना भेद और अपनी प्रार्थना हूँ, मैं अपना दुःख और पीड़ा हूँ
मैं सर के बल चल रहा हूँ, मैं मैं नहीं हूँ, न मैं मैं हूँ
- पुस्तक : दीवान-ए-नियाज़-ए-बे-नियाज़ (पृष्ठ 84)
- संस्करण : First
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