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Sufinama

ऐ ज़ाहिदाँ ऐ ज़ाहिदाँ ता चंद ज़ीं तदबीर-हा

रूमी

ऐ ज़ाहिदाँ ऐ ज़ाहिदाँ ता चंद ज़ीं तदबीर-हा

रूमी

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    ज़ाहिदाँ ज़ाहिदाँ ता चंद ज़ीं तदबीर-हा

    ग़ाफ़िलाँ ग़ाफ़िलाँ ता चंद ज़ीं हिर्स-ओ-हवा

    ज़ाहिदो! ज़ाहिदो! ये तदबीरें कब तक

    ग़ाफ़िल बंदे! ग़ाफ़िल बंदे!, ये लालच कब तक

    बे-ख़ुदाँ बे-ख़ुदाँ बेगानः गर्दीद अज़ ख़ुदी

    'आक़िलाँ 'आक़िलाँ बा 'इश्क़ गर्दीद आश्ना

    मद-होश मद-होश तू अपनी ख़ुदी से बे-गाना है

    ’अक़्ल-मंदो! ’अक़्ल-मंदो! ’इश्क़ से दोस्ती करो

    'आलिमाँ 'आलिमाँ ताजे ब-साज़ीद अज़ 'अमल

    सूफि़याँ सूफि़याँ सूफ़ी ब-पोशीद अज़ सफ़ा

    ’आलिमो! ’आलिमो! ’अमल का ताज तय्यार करो

    सूफ़ियो! सूफ़ियो सफ़ा का लिबास पहनो

    'आशिक़ाँ 'आशिक़ाँ मा'शूक़ः रा दर बर कशीद

    हाज़िराँ हाज़िराँ ग़ाफ़िल म-बाशीद अज़ ख़ुदा

    ’आशिक़ो! ’आशिक़ो! मा’शूक़ा को सूली पर लटका दो

    हाज़िर बंदो! हाज़िर बंदो! ख़ुदा से ग़ाफ़िल मत रहो

    मुख़्लिसाँ मुख़्लिसाँ ऐमन न-गर्दीद अज़ ख़तर

    रहज़नाँ रहज़नाँ दर रह ब-तर्सीद अज़ ख़ता

    मुख़्लिस बंदो! मुख़्लिस बंदो! ख़तरे से बे-फ़िक्र मत रहो

    लुटेरो! लुटेरो! रास्ते की ग़लती से डरो

    स्रोत :
    • पुस्तक : कुल्लियात-ए-शम्स तबरेज़ी (पृष्ठ 38)

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