आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "दिल-ए-महरूम-ए-तमन्ना"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "दिल-ए-महरूम-ए-तमन्ना"
शे'र
निकल कर ज़ुल्फ़ से पहुँचूँगा क्यूँकर मुसहफ़-ए-रुख़ परअकेला हूँ अँधेरी रात है और दूर मंज़िल है
अकबर वारसी मेरठी
शे'र
सजा कर लख़्त-ए-दिल से कश्ती-ए-चश्म-ए-तमन्ना कोचला हूँ बारगाह-ए-इ’श्क़ में ले कर ये नज़्राना
बेदम शाह वारसी
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "दिल-ए-महरूम-ए-तमन्ना"
ना'त-ओ-मनक़बत
मेरा का’बा-ए-तमन्ना दर-ए-पाक-ए-मुस्तफ़ाईमेरी ज़िंदगी का हासिल उसी दर की जब्हा-साई
बह्ज़ाद लखनवी
शे'र
सुकून-ए-मुस्तक़िल दिल बे-तमन्ना शैख़ की सोहबतये जन्नत है तो इस जन्नत से दोज़ख़ क्या बुरा होगा
हरी चंद अख़्तर
ना'त-ओ-मनक़बत
अ'ब्दुल सत्तार नियाज़ी
बैत
मैं क्या बताऊँ तमन्ना-ए-ज़िंदगी क्या है
मैं क्या बताऊँ तमन्ना-ए-ज़िंदगी क्या हैहुज़ूर आप सलामत रहें कमी क्या है
फ़ना बुलंदशहरी
कलाम
दिल जिस से ज़िंदा है वो तमन्ना तुम्हीं तो होहम जिस में बस रहे हैं वो दुनिया तुम्हीं तो हो
ज़फ़र अली ख़ान
ना'त-ओ-मनक़बत
तमन्ना थी कि हम भी रौज़ा-ए-सरकार पर जातेजहाँ पर 'आशिक़ों का आज मेला लगा होगा