आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "नयन"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "नयन"
ग़ज़ल
सिराज औरंगाबादी
दोहा
मुख ग्रीषम पावस नयन तन भीतर जड़काल
मुख ग्रीषम पावस नयन तन भीतर जड़कालपिय बिन तिय तीन ऋतु कबहुँ न मिटैं 'जमाल'
जमाल
गूजरी सूफ़ी काव्य
पुतली नयन फुला पलक बराये-दिगर ख़ुद मस्त है
पुतली नयन फुला पलक बराये-दिगर ख़ुद मस्त हैसियाही सपेदी मस्त-ए-ख़ुद इज़ा में है नासूर मस्त
पीर सय्यद मोहम्मद अक़दस
अन्य परिणाम "नयन"
दोहा
नयन रंगीले कुच कठिन मधुर बयण पिक लाल
नयन रंगीले कुच कठिन मधुर बयण पिक लालकामण चली गयंद गति सब बिधि वणी 'जमाल'
जमाल
दोहा
डगमग नयन सुसगमगे विमल सु लखे जु बाल
डगमग नयन सुसगमगे विमल सु लखे जु बालतसकर चितवनि स्याम की चित हर लियो 'जमाल'
जमाल
दोहरा
इत जग कंत न मेलया नयन गँवाए रोय
इत जग कंत न मेलया नयन गँवाए रोयउत जग लै कि ना मिलै देख तो कैहा होय
अब्दुल क़ुद्दूस गंगोही
राग आधारित पद
असावरी- कसकत मसकत कैसी चलन चाल।
बेंदी भाल नयन विच काजर।कहत 'इमदाद' गोरी जुबना सम्हाल।।
हमदाद
दकनी सूफ़ी काव्य
प्यारी के मुख म्याने खेल्या बसन्त
बसन्त की खुमारी नयन मे भरीहिंडोले नैन दिल डुलाया बसन्त