आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "हंगामा-ए-सुबह-ओ-शाम"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "हंगामा-ए-सुबह-ओ-शाम"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "हंगामा-ए-सुबह-ओ-शाम"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "हंगामा-ए-सुबह-ओ-शाम"
ना'त-ओ-मनक़बत
नमाज़-ए-सुब्ह आती है न ज़िक्र-ए-शाम आता हैरह-ए-’इरफ़ान में 'इश्क़-ए-'अली ही काम आता है
अब्दुल हादी काविश
ना'त-ओ-मनक़बत
करता है वस्फ़-ए-शाह जो शाम-ओ-सहर दिमाग़नज़रों में अहल-ए-दिल की वो है मो'तबर दिमाग़
अमीर हमज़ा निज़ामी
बैत
मेरी मे'राज-ए-सुख़न ज़िक्र तेरा शाम-ओ-सहर
मेरी मे'राज-ए-सुख़न ज़िक्र तेरा शाम-ओ-सहरमेरी हस्ती की बक़ा तुझ में फ़ना हो जाना
मोहम्मद समी
कलाम
शाम-ए-फ़िराक़ अब न पूछ आई और आ के टल गईदिल था कि फिर बहल गया जाँ थी कि फिर सँभल गई
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
मौज़ू-ए-सुख़न
गुल हुई जाती है अफ़्सुर्दा सुलगती हुई शामधुल के निकलेगी अभी चश्मा-ए-महताब से रात