आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "jaam-e-jam"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "jaam-e-jam"
फ़ारसी सूफ़ी काव्य
सालहा दिल-तलब-ए-जाम-ए-जम अज़ मा मी-कर्दआँ-चे ख़ुद दाश्त ज़े-बेगान: तमन्ना मी-कर्द
हाफ़िज़
फ़ारसी कलाम
साक़ी-ए-फ़र्ख़ुन्द:-रू ख़ेज़- व ब-देह जाम रावज़ मय-ए-ख़ुद मस्त कुन ईं दिल-ए-नाकाम रा
अहमद शाहजहाँपुरी
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "jaam-e-jam"
ग़ज़ल
मोहम्मद समी
कलाम
इक जाम खनकता जाम कि साक़ी रात गुज़रने वाली हैइक होश-रुबा इनआ'म कि साक़ी रात गुज़रने वाली है
क़तील शिफ़ाई
ग़ज़ल
दिए साक़ी ने मुझ को चंद जाम आहिस्तः आहिस्तःहुआ ये दौर-ए-मय आख़िर तमाम आहिस्तः आहिस्तः
अज़ीज़ सफ़ीपुरी
कलाम
न हिकायत-ए-ग़म-ए-'इश्क़ है न हदीस-ए-साग़र-ओ-जाम हैतिरा मय-कदा है वो मय-कदा जहाँ लफ़्ज़-ए-होश हराम है
कौसर आरफ़ी
ग़ज़ल
हिकमत से ये ख़ाली नहीं लबरेज़ साक़ी जाम करदौर-ओ-तसलसुल में न फँस दीवानगी में नाम कर