आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "mizaaj-e-ishq"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "mizaaj-e-ishq"
ना'त-ओ-मनक़बत
अपना दिखा दे मुझ को अब तो जमाल ख़्वाजाहो जाए मुझ को हासिल तेरा विसाल ख़्वाजा
फ़तहुल्लाह मिज़ाज
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "mizaaj-e-ishq"
विषय
आ’शिक़
आशिक़
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "mizaaj-e-ishq"
ग़ज़ल
ये जो लगा है तीर मुझे ऐ कमान-ए-इश्क़महशर में देखियो यही होगा निशान-ए-इश्क़
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
शे'र
कहियो ऐ क़ासिद पयाम उस को कि तेरे हिज्र सेजाँ-ब-लब पहुँचा नहीं आता है तू याँ अब तलक
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
ग़ज़ल
आह फिर तुझ को ऐ बे-रहम ख़बर करते हैंया'नी आ जा दम-ए-आख़िर है सफ़र करते हैं
ख़्वाजा रुक्नुद्दीन इश्क़
कलाम
अल्लामा इक़बाल
शे'र
इ’श्क़ अदा-नवाज़-ए-हुस्न हुस्न करिश्मा-साज़-ए-इश्क़आज से क्या अज़ल से है हुस्न से साज़-बाज़-ए-इ’श्क़