आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "vildu sahib omprakash ebooks"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "vildu sahib omprakash ebooks"
कुंडलिया
साहिब साहिब क्या करै साहिब तेरे पास
साहिब साहिब क्या करै साहिब तेरे पाससाहिब तेरे पास याद करु होवै हाज़िर
पलटू साहेब
शबद
उलटमासी - जिंदड़ी दा साहिब बेली वे
जिंदड़ी दा साहिब बेली वेजिंदड़ी दा साहिब बेली वे
तुलसी साहिब हाथरस वाले
दोहरा
साहिब जी सुल्तान जी तुम बड़े गरीब-नवाज
साहिब जी सुल्तान जी तुम बड़े गरीब-नवाजअपना कर के राखियो सो हाथ गहे की लाज
अज्ञात
अन्य परिणाम "vildu sahib omprakash ebooks"
शबद
जीता को साहिब मिले ज्ञान किया प्रकाश
जीता को साहिब मिले ज्ञान किया प्रकाशसन्त शब्द सा खेलत संतो ही के पास
जीताराम दास
साखी
चेतावनी का अंग - साहब साहब क्या करै साहब तेरे पास
साहब साहब क्या करै साहब तेरे पाससहस इकीसों सोधि ले उलट अपूठा स्वाँस
गरीब दास
शबद
हरदम याद करो साहेब ने झूठा मर्म जजाला है
हरदम याद करो साहेब ने झूठा मर्म जजाला हैहस्ती-घोडे़ रथ-पालकी यूँ धन माल असारा है
घीसा साहेब
अरिल्ल
अरिल छंद - सब घट साहब बोल सत्त ठहरावई
सब घट साहब बोल सत्त ठहरावईनिसु बासर मौजूद भिस्त की चलावई
गुलाल साहब
अरिल्ल
अरिल छंद - सुंदर साहब मानि के नेह लगावई
सुंदर साहब मानि के नेह लगावईअर्ध उर्ध को खेल उलटि के धावई
गुलाल साहब
पद
साहेब हम में साहेब तुम में जैसे प्राना बीज में
साहेब हम में साहेब तुम में जैसे प्राना बीज मेंमत कर बंदा गुमान दिल में खोज देख ले तन में
कबीर
पद
सब सो आदा मोरे सर साहेब ज़्यादः
सब सो आदा मोरे सर साहेब ज़्यादःजासे प्रकृति पुरुष नर-मादा पैदा हुवे कहत तह दादा
अमृत राय
शबद
उपदेश - ऐ साहब तुम दीनदयाला
ऐ साहब तुम दीनदयाला आयहु करत सदा प्रतिपालाकेतिक अधम तरे तुम चरनन करम तुम्हार कहा कहिं जाला
भीखा साहेब
शबद
मिश्रित का अंग - साहेब मोहिं गुन एकौ नाहीं
साहेब मोहिं गुन एकौ नाहींऔगुन बहुत महा अघ लादे तातें सूझत नाहीं