आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "आईना"
सूफ़ी लेख के संबंधित परिणाम "आईना"
सूफ़ी लेख
हज़रत मौलाना शाह हिलाल अहमद क़ादरी मुजीबी
(5) यज़ीद हक़ीक़त के आईना में(6) नग़मातुल उन्स फ़ी मजालिसिल क़ुद्स (मुरत्तब)
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
हिन्दुस्तानी क़व्वाली के विभिन्न प्रकार
आईना-ख़ाना बना सूरत-ए-वारिस ‘बेदम’लुत्फ़-ए-नज़्ज़ारा-ए-सरकार मुबारक बाशद
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
बेदम शाह वारसी और उनका कलाम
हर लफ्ज़ साफ़ इसका आईना अदब है .अल्लाह की मुहब्बत है औलिया की उल्फ़त
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत शाह मोहसिन दानापुरी
अपनी सूरत में तिरे हुस्न का जल्वा देखाआईना सामने रख कर ये तमाशा देखा
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
तजल्लियात-ए-सज्जादिया
जो बने आईना वो तेरा तमाशा देखेअपनी सूरत में तेरे हुस्न का जल्वा देखे
अहमद रज़ा अशरफ़ी
सूफ़ी लेख
अज़ीज़ सफ़ीपुरी और उनकी उर्दू शा’इरी
कुंतु कंज़न से हुवैदा है हक़ीक़त तेरीनूर-ए-बे-कैफ़ का आईना है सूरत तेरी
ज़फ़र अंसारी ज़फ़र
सूफ़ी लेख
बिहार के प्रसिद्ध सूफ़ी शाइर – शाह अकबर दानापुरी
देखें ख़ुश हो के न क्यूँ आप तमाशा अपनाआईना अपना है अक्स अपना है जल्वा अपना
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
ज़िक्र-ए-ख़ैर : हज़रत शाह अकबर दानापुरी
कोई शागिर्द हुआ उस्ताद का है आईना अकबरसलासत तेरे शे’रों में वहीद-ए- ख़ुश-नवा की
रय्यान अबुलउलाई
सूफ़ी लेख
तसव़्वुफ-ए-इस्लाम - मैकश अकबराबादी
आईना-ए-अ’दम ही में हस्ती है जल्वा-गर ।है मौज-ज़न तमाम ये दरिया हबाब में।
मयकश अकबराबादी
सूफ़ी लेख
हज़रत गेसू दराज़ का मस्लक-ए-इ’श्क़-ओ-मोहब्बत - तय्यब अंसारी
दिल अगर इस ख़ाक में ज़िंदा-ओ-बेदार होतेरी निगाह तोड़ दे आईना-ए-महर-ओ-माह
मुनादी
सूफ़ी लेख
उर्स के दौरान होने वाले तरही मुशायरे की एक झलक
ओढ़ ली चादर किसी के साया-ए-दीवार कीआईना पेश-ए-नज़र आराइश-ए-गेसू में है
सुमन मिश्रा
सूफ़ी लेख
हज़रत शाह नियाज़ बरेलवी की शाइरी में इरफान-ए-हक़
होता न अगर उस के तमाशे में तहय्युरहैरत से मैं आईना नमत दंग न होता